कानड़।
असत्य पर सत्य की जीत का पर्व दशहरा हर्षोल्लास से मनाया गया। आश्विनी शुक्ल दशमी पर मंगलवार को शिव पहाड़ी रायपुरिया रोड स्थित खेल मैदान पर असत्य पर सत्य की जीत का पर्व बड़े धूमधाम से मनाया गया। पुरानी परंपरा अनुसार पूजा अर्चना होनी थी। लेकिन बताया जा रहा कि पूजा से पहले ही रावण का दहन हो गया। नगर मे हनुमान राम लक्ष्मण टेक्टर ट्रॉली मे सवार हो कर दशहरा मैदान पहुंचे। जहां केशव सिंह दरबार के द्वारा पूजा अर्चना कि जाना थी । बताया जा रहा कि इस दौरान रावण कि जो पूजा होना थी वो नहीं हो कर इस से पहले ही रावण धू धू कर जलने लगा। रावण को आग लगाई या और कोई कारण था ये स्पष्ट नहीं हो सका।
जम कर हुई आतिशबाजी –. रावण दहन से पहले जोर दार आतीश बाजी भी कि गई। अलग अलग तरह के रंगीन फटाको से आकाश चमक रहा था। 51 फिट के बने के रावण का घमंड देखते-देखते धूं/धूं कर चूर हो गया। रावण दहन के दौरान बड़ी संख्या में नगरवासी दशहरा मैदान पर पहुंचे।
लोगो मे हुई नाराजगी — मंगलवार को दशहरा पर्व हर्षोल्लास से मनाया गया। लेकिन आम नागरिक को ज़ब निराशा लगी ज़ब वो दशहरा मैदान तक शाम 6.30 पर पहुंचे और इस से पहले ही रावण मे आग लग गई। कई महिलाएं और पुरुष तो रास्ते से ही घर लोट आए।