आगर मालव।आगर जिले के कानड़ मे कम वोल्टेज की समस्या से किसान इन दिनों खासे परेशान है।एक और चुनावी शोर गुल मे नेताजी नगर और गांव गांव घूम कर अपनी पार्टी के पक्ष मे वोट मांगते फिर रहे है। तो वही एक और किसान अपनी गेहूं की फसल को लेकर चिंतित है। नेताओ से कहे तो चुनाव में आचार संहिता का बहाना बना कर काम आगे करने की बात आती हैं। तो वहीं कानड़ विद्युत विभाग के अधिकारियों से कम वोल्टेज की बात किसान करीब दो वर्षों से कहते आ रहे है। लेकिन अधिकारी भी किसानो को देखने की बात बोलकर टालम टोल कर देते हैं। ऐसे मे आखिर किसान जाए तो जाए कहा, ऐसे मे जब हमने विभाग के अधिकारियों से बात की तो उन्होने भी देखने की बात कही, ज़ब की किसानो ने अपने खेतो मे गेहूं की फसल भी बोदी है।अब पानी देने की बारी है। ऐसे में कम वोल्टेज मिलने से समय पर फसल को किसान पानी नहीं पिला पा रहे है। ऐसे मे फसल कमजोर होकर उत्पादन में भी कमी होगी। ज़ब की विगत दो वर्षों से किसान,वोल्टेज की समस्या को विद्युत वितरण कंपनी के अधिकारियों को बताते आ रहे हैं। लेकिन विभाग के कान पर जू तक नहीं रेंगी , कई बार किसान विभाग के ऑफिस मे जाकर आवेदन देकर वोल्टेज की समस्या बता चुके हैं। जबकि विभाग के कर्मचारी किसानों से बिल वसूली लगातार कर रहा है। कोई किसान अगर वोल्टेज की समस्या के कारण अपने खेत पर कम वोल्टेज की मोटर नहीं चलने से अधिक वोल्टेज की मोटर लगा लेता है तो विभाग कार्यवाही करने पहुंच जाता है। किसानो को लेकर जहां सभी पार्टी बड़े बड़े वादे कर घोषणाएं करती है। लेकिन चुनाव जीतने के बाद, वादे फाइलों में गुम हो जाते हैं। खैर जो भी हो लेकिन इस समय कई किसान इस समय कम वोल्टेज की समस्या से परेशान है। जानकारी के अनुसार कार्य को लेकर ठेकेदार की लापरवाही भी सामने आई हे।
इनका कहना —
वोल्टेज की समस्या अगर बनी हुई है तो, उस डीपी पर अधिक कनेक्शन होंगे। मैं कर्मचारियों से दिखवा कर ही आपको बता सकता हूं। जिस स्कीम में सर्वे हुआ है। उसकी जानकारी लेता हूं।
संजय आरसे
. कनिष्ठ यंत्री
विद्युत वितरण कंपनी कानड़