कानड़। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन अंतर्गत स्वास्थ्य संस्थाओं में प्रदान की जा रही सेवाओं की गुणवता में निरंतर सुधार हेतु राज्य द्वारा स्वास्थ्य संस्थाओं में आने वाले हितग्राहियों को स्वच्छता, संक्रमण मुक्त वातावरण प्रदान करने तथा उच्च स्तर की मापदंड के अनुरूप साफ सफाई को लेकर भारत सरकार द्वारा विकसित कायाकल्प अवार्ड देने की सुरुवात
राज्य मे स्वास्थ्य संस्थाओ को वर्ष 2015 में कि गई थी। जिसमे स्वास्थ्य संस्थाओ को मापदंड के अनुरूप विकसित कर तीन स्तरीय एसेसमेंट के उपरांत संस्थाओं को कायाकल्प अवॉर्ड को लेकर चयनित किया जाता है। उसी में लगातार तीसरी बार प्राथमिक स्वास्थ केंद्र को कायाकल्प अवार्ड मिला हे। जिसको लेकर मुख्य खंड चिकित्सा अधिकारी डॉ महेश निगवाल ने बताया की इस अवार्ड में डॉ दिव्यांक सोनी, डॉ धीरेंद्र देवड़ा , डा नंदकिशोर परमार , डॉ कृष्णा वर्मा, नर्सिग अफिसर मनीष शर्मा, फार्मासिस्ट गोविंद पाटीदार, अब्दुल रहमान नागौरी, नर्सिग अफिसर मालती नागले, अनीता सोनी, भावना बामनिया, सीमा चौहान, लैब टेक्नीशियन लोकेंद्र चौधरी, एएनएम चेतना निगम, सरोज कौशल, लियाकत खान, पायल सोलंकी, डी.ई.ओ.सचिन सूर्यवंशी, वार्ड बॉय ओमप्रकाश गौसर , रुकमा तोमर, सफाई कर्मी रविंद्र विश्वकर्मा, शांति सूर्यवंशी, ममता सूर्यवंशी, धर्मेंद्र परमार व रामबाबू सूर्यवंशी आदि समाजसेवियों एवं विकासखंड स्तर से बी.पी.एम. तुषार हरने, बी.ए.एम. महेश भिलाला, बी.सी.एम विष्णु प्रसाद पंवार, एम.पी.डब्लू. मानसिंह चौहान, डी.ई.ओ. महेश मालवीय आदि के सहयोग से प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में आवश्यक उपकरण संसाधन की व्यवस्था बढ़ाई गई। परिणाम स्वरूप संस्था में आने वाले हितग्राहियों की संस्था के प्रति संतुष्टि स्तर में सुधार हुआ एवं संस्था में आने वाले मरीजों की संख्या में वृद्धि हुई हे। आपको बता दे की
आगर जिले की संस्थाओं में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र कानड़ लगातार तीसरी बार कायाकल्प अवार्ड 2024 का विजेता रहा है।जिसके लिए राशि 2 लाख रुपये की प्रथम श्रेणी अवार्ड प्राप्त हुआ। वर्ष 2023-24 की कायाकल्प विजेता स्वास्थ्य संस्थाओं की मुख्यमंत्री एवं स्वास्थ्य मंत्री के द्वारा कायाकल्प अवार्ड समारोह मे सम्मानित किया जाएगा। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ राजेश गुप्ता के द्वारा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र अधिकारियों एवं स्वास्थ्य कर्मचारियों को कायाकल्प अवार्ड को लेकर बधाईया दी। उक्त जानकारी भगवान सिंह डगवाल बीईई के द्वारा दी गई।