कृषि विभाग का मूल उद्देश्य, कृषि की नवीन तकनीकी सिखाओ, फिर दिखाओ और फिर उन पर कृषकों से अमल करवाओ – उप संचालक कृषि चौरसिया |
ग्राम लटूरी गुर्जर में आयोजित मृदा परीक्षण जागरूकता कार्यक्रम आयोजित, कृषकों को मिट्टी परीक्षण हेतु नमूने लेने की विधि बताई |
आगर-मालवा | किसी भी क्षैत्र में अच्छा ज्ञान होगा, तभी हम उस क्षेत्र में आगे बढ़ पायेंगे, इसी तरह खेती के बारे में हमें अच्छी जानकारी होगी, तो किसान अच्छे से खेती कर आगे बढ़ पायेंगे, कृषि विभाग का भी यही मूल उद्देश्य है कि पहले कृषकों को कृषि की नई-नई तकनीकी सिखाओ, फिर दिखाओ और फिर उन पर अमल करवाओ, जिससे की वह खेती को लाभ का धन्धा साबित कर आगे बढ़ सकें, यह बात उप संचालक कृषि विजय चौरसिया ने बुधवार को कृषि विभाग एवं कृषि विज्ञान केंद्र के संयुक्त तत्वाधान में जिले के सुसनेर तहसील के ग्राम लटूरी गुर्जर में आयोजित मृदा परीक्षण जागरूकता अभियान कार्यक्रम में किसानों को सम्बोधित करते हुए कही।
चौरसिया ने कहा कि आज किसान बनी बनाई खाद एवं अन्य चीज का अत्यधिक उपयोग करते हैं, हमें हमारे घर पर ही केंचुआ खाद जैसी अन्य उपयोगी चीजों को बनाकर खेती में उपयोग कर खेती लागत को कम सकते है। उन्होंने कहा कि मिट्टी में सूक्ष्म पोषक तत्वों की कमी व्यापक रूप से फसलों उत्पादन को प्रभावित कर रही है, मिट्टी परीक्षण से फसल बोने से पूर्व ही मृदा में आवश्यक पोषक तत्वों की उपलब्ध मात्रा ज्ञात हो जाती है। इसलिए हर एक किसान को अपने खेत की मिट्टी का परीक्षण करवाना चाहिए।
प्रधान वैज्ञानिक एवं प्रमुख कृषि विज्ञान केंद्र डॉ एके दीक्षित ने सभी किसानों को प्रत्यक्ष रूप से खेत में ले जाकर मिट्टी परीक्षण हेतु खेत से मिट्टी का नमूना लेने की विधि बताई तथा समन्वित कृषि प्रणाली का उपयोग जैसे कृषि के साथ-साथ उद्यानिकी फसले, पशुपालन, डेयरी, मत्स्य पालन आदि सभी विधाओं का उपयोग करने की सलाह दी और सभी को कृषि की नई-नई तकनीकी जानकारी प्रदान की। कार्यक्रम का संचालन सहायक तकनिकी प्रबंधक आत्मा वेदप्रकाश सेन ने किया। आभार वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी गोपाल बोयल ने माना। कार्यक्रम में वरिष्ठ कृषि विकास आधिकारी, बीटीएम मेहरबान यादव समस्त कृषि विस्तार अधिकारियों सृष्टि पालीवाल, अंकित मालवीय, दीपक कुल्हार , उद्यानिकी से मुकेश सैनी, सोलीडराइड से निखलेश आदि सहित आसपास के कृषक उपस्थित रहे।