आगर मालवा, 03 अगस्त।जिले में पिछले दिनों से निरंतर वर्षा हो रही है जिस कारण से कहीं-कहीं फसलों में पानी भराव की स्थिति एवं कीट व्याधियों तथा पौधों में पोषक तत्वों की कमी के लक्षण दिखने की किसानों के माध्यम से सूचनाएं प्राप्त हो रही है।
कृषि विज्ञान केंद्र के प्रधान वैज्ञानिक एवं प्रमुख डॉ ए.के दीक्षित एवं उपसंचालक किसान कल्याण तथा कृषि विकास विभाग विजय चौरसिया द्वारा किसानों को अपनी फसलों को सुरक्षित रखना एवं उत्पादन, उत्पादकता अधिक लेने के लिए वर्षा के मौसम में कृषकों के लिए सलाह दी गई है कि वर्षा की सघनता के कारण जल भराव वाले खेतों से जल निकासी की समुचित व्यवस्था करें वर्तमान स्थिति में खेत की सतत निगरानी करे फसलों में स्टेमफ्लाय (तना मक्खी) गर्डल बीटल (रिंग कटर) सेमीलूपर का प्रकोप होने की स्थिति में उचित परामर्श अनुसार दवाइयां का चयन कर फसलो में अनुशंसित पानी की मात्रा एवं कीटनाशक की मात्रा का समय-समय पर छिड़काव करें, थायोमीथाक्ग्जाम$ लेम्बडा सायहेलोथ्रिन (125 मिली/हैं) या ईमिडाक्लोप्रिड $ बीटा सायफ्लूथ्रिन 350 मिली/है का उपयोग 500 लीटर पानी में घोल बनाकर छिड़काव करें। खेत में केवल गर्डल बीटल का प्रकोप हो तो थायक्लोप्रिड 650 मिली का 500 लीटर पानी के साथ घोल बनकार एक हेक्टयर क्षेत्र में छिड़काव करें। वर्तमान मौसम की स्थिति को देखते हुए अधिक आद्रता एवं काम तापक्रम होने के कारण फफूंद जनित रोगों का प्रकोप भी होने की संभावना बनी रहती है ऐसी स्थिति में कार्बन डाजिम$ मेंकोजिब 1.25 किलोग्राम को 500 लीटर पानी के साथ घोल बनाकर एक हेक्टयर क्षेत्र में छिड़काव करें । फसल 35-40 दिन की अवस्था की होने पर निंदा नाशक दवा का उपयोग न करें आवश्यक होने पर मजदूर लगाकर खरपतवार का नियंत्रण करे।जहां पर उर्वरक का उचित उपयोग न होने के कारण वृद्धि एवं बड़वार सही न होने पर तरल/ घुलनशील उर्वरक जेसे 19ः19ः.19 का 4 ग्राम प्रति लीटर के मान से उपयोग करें इसके साथ फूल की वृद्धि हेतु घुलनशील बोरोन 0.5 ग्राम प्रति लीटर पानी एवं घुलनशील आयरन 1.0 ग्राम प्रति लीटर पानी का घोल बनाकर उपयोग करें। पोटाश एवं सल्फर की पूर्ति हेतु 00ः00ः50 2 किलो ग्राम प्रति हेक्टर 500 लीटर पानी के साथ मिक्स कर उपयोग करें । जल भराव की स्तिथि में फसल अगर पीली पड़ रही हो तो अमोनियम सल्फेट उर्वरक उपयोग करें। कीटनाशो को अपनी मर्जी के अनुसार घोलकर छिड़काव न करें अगर आवश्यकता हो तो पूर्व मिश्रित कीटनाशको का उपयोग करें।
उपसंचालक कृषि विजय चौरसिया ने जानकारी दी है कि अपने खेत की नियमित निगरानी करें एवं खेत में जाकर 03-04 स्थानों के पौधो को हिलाकर सुनश्चित करें कि खेत में किसी भी प्रकार की इल्ली, कीट का प्रकोप तो नही है अगर हो तो उपर्युक्त सलाह अनुसार उपयोग करें।