सुसनेर। शहर में दिगंबर जैन समाज के पर्युषण पर्व के चलते दिगम्बर जैन समाज के तमाम जैन मंदिरों में धर्म आराधना का दौर जारी है। पर्व राज पर्यूषण पर्व पर श्री चंद्र प्रभु दिगंबर जैन मंदिर सुसनेर में तीसरे दिन 10 लक्षण धर्म मेआर्जव धर्म की पूजा की गई जिसमें सोधर्म इंद्र अखिल ललित सावला, कुबेर इंद्र कोमलचंद जैन, ईशान इंद्र बसंतीलाल जैन, सनत कुमार इंद्र नंदलाल जैन, महेंद्र इंद्र भूपेंद्र सावला, प्रेमचंद जैन, विनय कुमार जैन एवं जितेंद्र सांवला आदि इंद्र एवं इंद्राणियों ने बहुत ही भक्ति भाव से विधान की पूजा की। जिसमें संगीतकार ललित सावला, दीपक जैन, भूपेंद्र सावला ने भक्ति करवाई। रानी जैन इलेक्ट्रिक के द्वारा आर्जव धर्म के संबंध में विस्तार से समझाया।
इसके चलते उत्तम सत्य धर्म की पूजा की गई। शुक्रवारिया बाजार में स्टेट बैंक चोराहे पर स्थित श्री 1008 चंद्र प्रभु दिगंबर जैन मंदिर में 10 लक्षण विधान की पूजा अर्चना संगीतमय रूप से संपन्न करवाई गई। यहां समाजजनो को उत्तम सत्य धर्म का महत्व समझाया गया। उन्है बताया गया की यह धर्म आत्मा की प्रकृति को समझने के लिए सत्य की अहमियत बताता है, सत्य के आधार पर ही परम आनंद और मोक्ष की प्राप्ति संभव है, सत्य ही जीवन का प्राण तत्व है. सत्य के बिना व्यक्ति अपने जीवन के वास्तविक लक्ष्य को हासिल नहीं कर सकता, सत्य आत्मा का सौंदर्य है. सत्य की अनुभूति शब्द से नहीं, बल्कि सदाचरण से होती है, सत्य कुछ समय के लिए विचलित हो सकता है, लेकिन पराजित नहीं हो सकता. अंत में सत्य की ही जीत होती है, सत्यधर्म हमें यह बताता है कि हमें झूठ नहीं बोलना चाहिए और दूसरों के साथ न्याय और मिलजुलकर रहना चाहिए, सत्य का शाब्दिक अर्थ है सते हितम् यानि सभी का कल्याण, सत्य को अगर हम साधन के रूप में लेते हैं, तो यह मनुष्य के प्राकृतिक अधिकारों जैसे स्वतंत्रता और समानता को पाने का एक माध्यम है। इस अवसर पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु जन उपस्थित रहे। इन मन्दिरो में रात्रि के समय विभिन्न प्रकार की धार्मिक प्रतियोगिता भी बच्चों के बीच सम्पन्न करवाई जा रही है। आपको बता दे कि इस 10 दिवसीय पर्व के चलते समाजजन व्रत एवं उपवास रखकर के भगवान की भक्ति में लीन है। इस पर्व के समापन अवसर पर चल समारोह निकालकर के क्षमावाणी पर्व मनाया जाएगा। इस दिन समाजजन नगरवासियों से वर्ष भर में जाने अनजाने में की गई गलतियों की क्षमायाचना करेंगे।