आगर-मालवा, 06 अक्टूबर/ एग्रीकल्चर इंफ्रास्ट्रक्चर फण्ड (एआईएफ) कृषि अवसंरचना निधि योजना का अधिक से अधिक प्रचार-प्रसार किये जाने के उद्देश्य से 08 अक्टूबर 2024 को आगर-मालवा जिले में एक दिवसीय जिला स्तरीय कार्यशाला का आयोजन जिला पंचायत सभागार में किया जा रहा है।उप संचालक किसान कल्याण तथा कृषि विकास विजय चौरसिया ने बताया की एक लाख करोड़ रुपए के एग्री इंफ्रास्ट्रक्चर फंड का इस्तेमाल गांवों में कृषि क्षेत्र से जुड़ा इंफ्रास्ट्रक्बर तैयार करने में किया जाएगा। इस फंड से कोल्ड स्टोर, वेयरहाउस, साइलो, ग्रेडिंग और पैकेजिंग यूनिट्स लगाये जाएँगे।
कृषि अवसंरचना कोष के लाभ
कृषि इन्फ्रास्ट्रक्चर होने से किसान के पास फल, सब्जी और अन्य कृषि उत्पादों के रखने के लिए बेहतर भंडारण की सुविधा होगी। कोल्ड स्टोरेज में किसान अपनी फसल रख पाएंगे। इससे फसलों की बर्बादी कम होगी और उचित समय पर उचित कीमत के साथ किसान अपनी फसल बेच पाएंगे। फूड प्रोसेसिंग यूनिट लग जाने से भी किसानों के उत्पाद का मूल्य संवर्धन होगा तथा हर साल होने वाले नुकसान से राहत मिलेगी। इसकी मदद से किसानों को उनकी फसल के लिए ज्यादा पैसे मिलेंगे और उनकी आय को दुगुना करने के संकल्प को प्राप्त किया जा सकेगा।भंडारण की सुविधा से कृषि उत्पादों की आपूर्ति श्रृंखला मजबूत होगी एवं वर्ष भर अनवरत रूप से कृषि उत्पादों की आपूर्ति सुनिश्चित होगी जिससे खाद्य मुद्रास्फीति पर लगाम लगेगी।इस योजना के तहत सरकार द्वारा कृषि क्लस्टर चिन्हित किये जाने से फसलों के लिए आवश्यक अवसंरचना सृजित होगी एवं फसल विशेषीकरण एव विविधिकरण को बढ़ावा मिलेगा।इस योजना के क्रम में सृजित किये गए एग्री इंफ्रा पोर्टल से इच्छुक व्यक्ति/संस्थान ऋण के लिये अलग- अलग बैंकों द्वारा प्रस्तावित ऋण दरों के बीच तुलना करके बेहतर निर्णय लेने में सक्षम होंगें जिससे ऋण वितरण में पारदर्शिता सुनिश्चित होगी। साथ ही 2 करोड़ लोन लेने पर कृषि अवसंरचना निधि योजना अंतर्गत 3 प्रतिशत ब्याज की छूट भारत सरकार द्वारा दी जावेगी मध्यप्रदेश में योजना के क्रियान्वयन एजेंसी कृषि विभाग मंडी बोर्ड को बनाया गया है।
ब्यूरो रिपोर्ट -दारा सिंह आर्य