आगर-मालवा, 14 अक्टूबर/ आईआईएम इन्दौर के छात्र जिले का भ्रमण कर ग्रामीण विकास योजनाओं का अध्ययन करेंगे। अध्ययन पर आए छात्रों का आज जिला कलेक्टर राघवेंद्र सिंह एवं मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्रीमती हरसिमरनप्रीत कौर ने उन्मुखीकरण किया।
उल्लेखनीय है कि ग्रामीण भारत की विविधता के बारे में अपने छात्रों को संवेदनशील बनाने के लिए, भारतीय प्रबंध संस्थान इंदौर ने प्रथम वर्ष के एमबीए छात्रों के लिए अनिवार्य पाठ्यक्रम के एक भाग के रूप में रूरल इंगेजमेंट प्रोग्राम (आरईपी) को सम्मिलित करने की एक अनूठी पहल की है। संस्थान ने यह पहल वर्ष 2009 में शुरू की थी, तब से इसे सफलतापूर्वक संचालित किया जा रहा है। संस्थान के छात्र आर्थिक, सामाजिक और विकास संबंधी मुद्दों को समझने के लिए जिला कलेक्टर और जिला पंचायत सीईओ के मार्गदर्शन में एक सप्ताह भ्रमण करेंगे। इस बार स्व-सहायता समूह का अध्ययन किया जाना प्रस्तावित है।
जिला कलेक्टर सिंह ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि आप सबके लिए ग्रामीण अर्थव्यवस्था को समझने का यह बेहतर अवसर है, ग्रामीण परिवेश में रहकर नए अनुभव प्राप्त करें। सीईओ जिला पंचायत ने कहा कि आप लोग इस अवसर का लाभ अध्ययन के साथ, विभिन्न ग्रामीण योजनाओं को समझने में भी करें, ग्रामीण विकास की सभी योजनाओं का अध्ययन कर अपने फीडबैक से जिला प्रशासन को अवगत कराए।
यह भ्रमण आगर विकासखंड के ग्राम तनोडिया, लडवान ,चाचाखेड़ी एवं नलखेड़ा विकासखंड के गुदरावन, पचलाना एवं सेमली में किया जाएगा।
इस अवसर पर अतिरिक्त मुख्य कार्यपालन अधिकारी जितेंद्र सिंह सेंगर, आगर जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी मोहन स्वर्णकार ,आजीविका मिशन के जिला परियोजना प्रबंध के संजय सक्सेना सहित विभिन्न अधिकारी उपस्थित रहे।