आगर मालवा, 26 अगस्त। शासकीय नेहरू स्नातकोत्तर महाविद्यालय आगर मालवा में जन्माष्टमी पर्व का आयोजन किया गया। भगवान श्री कृष्ण की शिक्षा एवं मित्रता के प्रसंग तथा जीवन दर्शन पर आधारित विषय पर विद्वानों के माध्यम से व्याख्यान एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए गए। 25 अगस्त को आयोजित कार्यक्रम में मुख्य वक्ता डॉक्टर रेखा कौशल रही जिन्होंने श्री कृष्ण के जीवन के विविध पक्षों पर प्रकाश डाला एवं बताया कि श्री कृष्ण ने किस तरह सरल होते हुए भी जटिल कार्यों को अंजाम दिया और जीवन के माध्यम से दर्शन को परिभाषित किया गीता के गूढ ज्ञान से सभी को अवगत कराया जीवन की सार्थकता कैसे हो यह बताया। इस अवसर पर डॉ रविंद्र गोस्वामी ने भजन अच्युतम केशवम राम नारायणम सुनाया और जिसे सभी ने मिलकर गया और भजन का आनंद लिया इस अवसर पर विद्यार्थियों के लिए मटकी फोड़ प्रतियोगिता का आयोजन भी किया गया जिसमें विद्यार्थियों ने भाग लिया। जन्माष्टमी के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में प्राचार्य डॉक्टर रेखा गुप्ता ने भगवान श्री कृष्ण की शिक्षा एवं उनकी मित्रता सुदामा के जीवन पर प्रकाश डाला एवं बताया कि किस तरह कृष्ण ने एक साधारण व्यक्ति की मित्रता को भी निभाया और दुनिया को यह बताया कि सहज होना कितना मायने रखता है व्यक्ति ऊंचा उठ जाए बड़ा बन जाए लेकिन अपनी जड़ों से जुड़े रहे यह सिख कृष्ण ने अपनी मित्रता के माध्यम से । जीवन की सार्थकता सभी कार्य छोटे-बड़े ना सोच कर सहज रूप से किए जाने हेतु यह दिन प्रेरित करता है और अपने कर्तव्य करते हुए का निर्वाह करने के लिए आह्वांवकर्ता है ताकि सभी आत्मनिर्भर भारत का सपना सार्थक कर मूर्त रूप प्रदान कर सके। उन्होंने कहा कर्म ही भक्ति है और यह आज के संदर्भ में सबसे बड़ी आवश्यकता है। इस अवसर पर राजनीति विज्ञान की प्रोफेसर डॉ आशा सिसोदिया ने भी श्री कृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर श्री कृष्णा के जीवन से जुड़े हुए विविध पक्षों पर अपना विचार रखें और जीवन में कर्म और धर्म की महत्ता का प्रतिपादन किया।प्रोफेसर सुशील कटारिया ने भी विधर्थियों को संबोधित किया इस अवसर पर विद्यार्थियों ने भी सहभागिता की।