आगर-मालवा। स्वास्थ्य सेवाओं में सुरक्षा उपायों के क्रियान्वयन हेतु कलेक्टर राघवेंद्र सिंह की अध्यक्षता मे शुक्रवार को कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में समीक्षा बैठक संपन्न हुई। बैठक में जिले की समस्त शासकीय एवं निजी चिकित्सालयों में समस्त चिकित्सा कर्मियों के लियें एक सुरक्षित कार्य वातावरण बनाये जाने तथा सुरक्षा एवं हिंसा की घटनाओं के रोकथाम हेतु विभिन्न बिंदुओं पर चर्चा की गई।
कलेक्टर सिंह ने कहा कि सभी शासकीय व निजी अस्पताल में प्रवेश के लिए एक मुख्य द्वार हो जिस पर सीसीटीवी अनिवार्य रूप से लगा हुआ हो, सीसीटीवी हमेशा चालू रहे इसका विशेष ध्यान रखें, सीसीटीवी का कम से कम एक माह का बैकअप रखे। सीसीटीवी के आसपास रात्रि के समय प्रकाश की पूरी व्यवस्था रखी जाए। अस्पताल में कहीं पर भी ब्लैक स्पॉट नहीं हो पूरे अस्पताल परिसर में प्रकाश की माकूल व्यवस्था रखी जाए। अस्पताल परिसर का कोई भी क्षेत्र खुला है तो तार फेंसिंग करवाए। उन्होंने निर्देश दिए कि मेडिकल से जुड़े अधिकारी, चिकित्सक, नर्स की यूनिटी कमेटी हो, जिसकी महीने में दो बार बैठक आयोजित की जाए, तथा सभी एक-दूसरे से समन्वय बनाकर रखे। अस्पताल में पर्याप्त मात्रा में सिक्योरिटी गार्ड लगावे, सिक्योरिटी गार्ड का चरित्र सत्यापन थानों से करवा कर ही रखें, सभी अस्पताल के मुख्य द्वार पर एक व्यक्ति की ड्यूटी लगाकर आने जाने वाले व्यक्तियों के नाम, मोबाइल नंबर आदि की जानकारी रजिस्टर में संधारित करवाए।
कलेक्टर सिंह ने निर्देश दिए कि अस्पतालों की एंबुलेंस चालक एंबुलेंस चलाने के दौरान किसी प्रकार नशा नहीं करे। अस्पताल प्रबंधन वाहन चालक से इसका अनिवार्य पालन करवाए। कलेक्टर ने कहा कि एसडीएम स्तर पर एक समिति गठित कर अस्पतालों में सीसीटीवी, प्रकाश व अन्य व्यवस्थाओं का जायजा समय समय पर लेती रहे। प्रत्येक संस्थाओं में संस्थागत हिंसा रोक समिति बनावे, संस्थान में प्रवेश पर नियंत्रण रखें, रात्रि कालीन सुरक्षा के लिए स्थानीय पुलिस से समन्वय बनाकर रखें।
बैठक में पुलिस अधीक्षक विनोद कुमार सिंह, एडीएम आर पी वर्मा, एडिशनल एसपी निशा रेड्डी, सीएसपी मोतीलाल कुशवाहा, सीएमएचओ डॉ राजेश गुप्ता, सिविल सर्जन डॉ.शशांक सक्सेना, डॉ राजीव बरसेना, सहित सभी बीएमओ व संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।