निर्वाचन की प्रक्रिया पूर्ण होने तक सेक्टर अधिकारी जिम्मेदार – कलेक्टर सिंह
बैठक में मौजूद अधिकारी
आगर-मालवा । कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी राघवेन्द्र सिंह कीअध्यक्षता में सोमवार को आगामी विधानसभा निर्वाचन 2023 हेतु 31 जुलाई को प्रातः 9ः00 बजे जिला पंचायत कार्यालय सभाकक्ष में सेक्टर ऑफिसर एवं सेक्टर पुलिस ऑफिसर की बैठक सम्पन्न हुई। बैठक में पुलिस अधीक्षक संतोष कोरी, उप जिला निर्वाचन अधिकारी मनीषा कौल, अनुविभागीय अधिकारी एवं निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी आगर- बडौद सत्येन्द्र बैरवा, अनुविभागीय अधिकारी एवं निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी सुसनेर नलखेडा किरण वरबडे आदि उपस्थित थे। कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी सिंह द्वारा बैठक में निर्देशित किया गया कि सेक्टर ऑफिसर अपने निर्धारित सम्पूर्ण सेक्टर में सभी मतदान केन्द्रो के लिए निर्वाचन की प्रक्रिया’ पूर्ण होने तक के लिए जिम्मेदार है। वल्नरेबल मतदान केन्द्रो के संबंध में निर्धारित प्रपत्र में जानकारी अनुबंध -1 अनुसार तैयार करें। सेक्टर अधिकारी जितनी गंभीरता के साथ अपने-अपने अपने सेक्टर की जानकारी एकत्रित करेंगे उतनी ही सुगमता के साथ मतदान सम्पन्न होगा।विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र में पिछले संसदीय निर्वाचन में पंजीकृत निर्वाचन अपराधों की संख्या, विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र में पिछले विधानसभा निर्वाचन अपराधों की संख्या, विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र में पिछले स्थानीय निकाय / पंचायत में पंजीकृत निर्वाचन अपराधों की संख्या की जानकारी दें। पिछले एक वर्ष में क्षेत्र में पंजीकृत गंभीर आपराधिक मामलें, पिछले संसदीय निर्वाचन में आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन के मामले, पिछले विधानसभा निर्वाचन में आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन के मामले, पिछले साधारण निर्वाचन या किसी उप निर्वाचन में पुनर्मतदान हुआ हो तो उसका विवरण गंभीरता पूर्वक दें, मद्य निषेध कानून से संबंधित मामले, निर्वाचन क्षेत्र की निर्वाचन नामावली से संबंधित मतदान पूर्व शिकायतें, पूर्व शिकायतों का विवरण, नार्कोटिक ड्रग्स एवं सायकोट्रॉपिक सब्सटेन्सेज एक्ट का उल्लंघन करने वाले मामलों का विवरण दें।
कलेक्टर ने कहा कि ऐसे व्यक्तियों को चिन्हित किया जावे जो मतदान को प्रभावित कर सकते है। ग्रामीण क्षेत्रों में प्रभावशाली / दबंग आदि व्यक्तियों को सूचिबद्ध कर आवश्यक कार्यवाही की जाए, ऐसे व्यक्ति जो वर्तमान में जेल में निरूद्ध है उनकी जानकारी एकत्रित की जाए। विगत चुनाव में जिन मतदान केन्द्रो पर मतदान का बहिष्कार हुआ है उनकी जानकारी एकत्रित कर ग्रामीणों से चर्चा की जावे एवं बहिष्कार के कारणों को जाने। वारंटियो की सूची, आदतन अपराधियों की सूची दुरस्त कर ली जावे। विगत विधानसभा एवं लोकसभा चुनाव के दौरान एफ.एस.टी./एस.एस.टी. द्वारा दर्ज किए गए मामलो की जानकारी अपडेट की जावे ।
ऐसे मतदान केन्द्र जहां विगत चुनाव के दौरान 90 प्रतिशत से अधिकारी मतदान हुआ हो एवं 75 प्रतिशत से अधिक मत एक ही प्रत्याशी को मिले हो। ऐसे मतदान केन्द्र जहां 10 प्रतिशत से कम मतदान हुआ हो, री-पोल वाले मतदान केन्द्र एवं ऐसे मतदान केन्द्र जहां किसी प्रकार की हिंसा या पुलिस प्रकरण दर्ज हुआ हो वहां पहुंचकर जानकारी एकत्रित की जावे ।
हवा-हवाई आंकडे प्रस्तुत न करें
बैठक में पुलिस अधीक्षक संतोष कोरी द्वारा निर्देशित किया गया कि हवा-हवाई आंकडो पर आधारित जानकारी न दें, आंकडो का मिलान कर पूर्ण संतुष्टी से ही जानकारी दें। सेक्टर का भ्रमण कर जानकारी एकत्रित की जावे। बिना मेहनत कार्यालय में बैठक एकत्रित की गई जानकारी परेशानी उत्पन्न कर सकती है। लोगो से मिलकर सही जानकारी निकालें। जानकारी भारत निर्वाचन आयोग को प्रेषित की जावेगी। आपके द्वारा यदि गलत जानकारी दी जावेगी तो चुनाव आयोग द्वारा तत्काल कार्यवाही की जावेगी ।
संयुक्त रूप से भ्रमण कर जानकारी एकत्रित करें
बैठक में उप जिला निर्वाचन अधिकारी द्वारा बताया गया कि मतदान केन्द्रो के संबंध में एएमएफ से संबंधित आवश्यक जानकारी उपलब्ध कराई जावे। सेक्टर एवं पुलिस अधिकारी संयुक्त रूप से भ्रमण कर मतदाताओं से चर्चा करें। सर्वाधिक मतदान एवं सबसे कम मतदान केन्द्र वाले मतदान केन्द्रो पर विशेष रूप से ध्यान दिया जावे। वल्नरेबल मतदान केन्द्रो के संबंध में 7 प्रपत्र में जानकारी एकत्रित की जाकर समग्र रिपोर्ट प्रस्तुत की जाना है।
पीपीटी के माध्यम से दिया प्रशिक्षण
बैठक में स्टेट लेवल मास्टर ट्रेनर्स प्रो. सुशील कटारिया एवं रजनीश स्वर्णकार ने पीपीटी के माध्यम से उपस्थित सेक्टर अधिकारियों को प्रशिक्षण देते हुए बताया कि गया कि निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार 03 अगस्त से 10 अगस्त 2023 की अवधी में सेक्टर अधिकारी अपने आवंटित मतदान केन्द्रो पर बीएलओ की उपस्थिति में निर्वाचक नामावली का वाचन करेंगे। 5 जनवरी 2023 से अब तक की अवधी में निरसित किए गए मतदाताओं के संबंध में जांच की जाना है एवं निरसित किए गए मतदाताओं की जानकारी संधारित की जाना है। सेक्टर ऑफिसर यह सुनिश्चित करेंगे कि जिन मतदाताओं के नाम निरसित किए गए है वे किसी राजनीतिक दबाव में आकर या अनुचित रूप से निरसित न किए गए हो। मतदाता जागरूकता कार्यक्रम में सक्रियता से भाग लेकर अधिक से अधिक मतदाताओं को मतदान हेतु प्रेरित करें। रिटर्निंग ऑफिसर द्वारा समय-समय पर दिए जाने वाले निर्देशो का पालन करें एवं अपने सुझाव भी रिटर्निंग ऑफिसर से साझा किए जा सकते हैं।