बैजनाथ मंदिर में शुरू हुआ बाणगंगा नदी पर रिटर्निंग वॉल और पार्किंग का काम |
भव्य शंख भी लगेगा, परिसर में पंडाल के साथ जयनारायण भवन निर्माण कार्य भी प्रगति पर
आगर मालवा ।बाबा बैजनाथ महादेव मंदिर में विकास और सौंदर्याकरण के लिए 18.90 करोड़ के विकास कार्य यहां चल रहे है। कार्य काफी तेजी से होने के साथ मंदिर परिसर में प्रतिदिन आने वाले दर्शनार्थियों को सुलभ दर्शन की व्यवस्था के साथ कार्य प्रगति पर है। यहां गत दिवस निर्माण एजेंसी द्वारा बाणगंगा नदी पर रिटर्निंग वॉल के साथ तीन रोह में बनने वाली पार्किंग का भी निर्माण कार्य शुरू कर दिया है।
मंदिर परिसर में इससे पहले ठेकेदार द्वारा यहां जयनारायण भवन, परिसर में पंडाल के साथ सुलभ कॉम्प्लेक्स और बाउंड्रीवॉल का कार्य शुरू किया था। कार्य काफी तेजी से होने के कारण सावन के पहले पूर्ण हो सकता है ।
पार्किंग का कार्य चल रहा है वहां पर भव्य शंख लगाया जाएगा जो आकर्षण का केंद्र रहेगा । शासन द्वारा मंदिर विकास और सौंदर्याकरण को लेकर 18.90 करोड़ के कार्य स्वीकृत किए थे, इसके बाद मंदिर परिसर में करीब 5 माह पूर्व से यहां कार्य शुरू हुए थे और प्रारंभ में भूमि चिह्नित करने के लिए परिसर में बाउंड्रीवॉल का कार्य किया गया। ठेकेदार को 24 माह में कार्य पूर्ण करना है। इस कारण लगातार काम में तेजी आती जा रही है और ठेकेदार को विभाग से सभी कार्यों की ड्राइंग डिजाइन मिलने के बाद एक के बाद एक काम यहां शुरू होते जा रहे हैं। पहाड़ी इलाका होने से पहले करीब 700 मीटर पर बाउंड्रीवॉल का काम लगभग पूर्ण होने को है।
मुख्य मार्ग से 12 मीटर तो परिसर में 24 मीटर आकर्षक डिवाइडर युक्त सड़क का भी होगा निर्माण
स्वीकृत प्रस्ताव अनुसार इंदौर-कोटा नेशनल हाइवे स्थित मुख्य मार्ग से 12 मीटर तो परिसर में 24 मीटर आकर्षक डिवाइडर युक्त सड़क निर्माण, मंदिर परिसर में सभागृह से ठीक पहले वाले स्थान को तोड़कर वहां एक बड़ा हॉल छत डालकर बनाया जाएगा। बाणगंगा नदी पर ब्रिज निर्माण कर दांए तरफ वाली खाली पड़ी भूमि पर कम्पोजिंग बिल्डिंग बनाई जाएगी, जिसमें विश्राम भवन, भोजनशाला, पार्किंग, सुलभ कॉम्प्लेक्स के साथ सप्तऋषि मंदिर पहुंचने के लिए पैदल रास्ता भी बनेगा। मुख्य मंदिर गर्भगृह के पास माता हिंगलाज का मंदिर है। स्वीकृत प्रस्ताव में हिंगलाज मंदिर गर्भगृह को छोड़कर बाकी स्थान तोड़कर वहां हॉल के रूप में निर्माण कर पुजारियों के निवास और उनके लिए सुलभ कॉम्प्लेक्स बनाने के साथ दर्शनार्थियों के लिए बैठक व्यवस्था और अन्य निर्माण किया जाएगा। साथ ही मंदिर गर्भगृह के पीछे खुली भूमि पर दर्शनार्थियों के पिकनिक और मनोरंजन के लिए आकर्षक गार्डन का निर्माण और बच्चों के लिए झूले और दर्शनार्थियों के लिए आरामदायक बैठक व्यवस्था सहित अनेक प्रकार के पौधों और हरियाली से गार्डन का निर्माण किया जाना है। मंदिर परिसर में स्थित प्राचीन कमलकुंड जो क्षतिग्रस्त अवस्था में पहुंच गया है, उसका जीर्णोद्धार कार्य भी इसमें शामिल हैं । इसमें आकर्षक लाइटिंग और पूरे कुंड को नया स्वरूप दिया जाएगा।