आगर मालवा । आगर जिले का स्वास्थ्य विभाग इन दिनों अपनी मनमानी की परिकाष्टा को लेकर परम वैभव के स्थान को प्राप्त कर चुका है , साथ ही सर्वे झोलाछाप सुखिन, सर्वे संतु निरामया की प्लानिंग पर कार्य कर रहा है , सूत्रों की मानो तो पिछले कुछ माह में जिले के अलग अलग कस्बों में छोटी मोटी प्रेक्टिस कर अपना गुजारा कर रहे झोलाछाप प्रेक्टिस करने वाले डॉक्टरों पर जिले के विभाग मुखिया के मार्गदर्शन में कार्रवाई करने के नाम पर मोटी रकम वसूली जा रही है , जानकर तो यह भी बताते है हवाला राशि किसी किराना दुकान या फिर कुछ विश्वसनीय स्टाफ द्वारा कार्यालीन स्थान से बाहर वसूले रहे है , बरहाल मामला जो भी हो लेकिन 1968 के दशक में रिलीज हुआ यह गीत , गैरो पे करम अपनो पे सितम , आगर के स्वास्थ्य महकमे को देखते ही बनवाया गया था , यहां जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ राजेश गुप्ता ने अपने अधीनस्थ सुसनेर के ब्लाक मेडिकल ऑफिसर डॉ राजीव बरसना को सिर्फ इस लिए कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया की बीएमओ ने शिकायत मिलने वाले कुछ निजी क्लिनिको की जांच करने से पहले उन्हें जानकारी नहीं दी , हालांकि सुसनेर के कुछ महकमे में यह भी हवा है की जिले में चल रहे अटूट भंडार के भंडारे में शायद कही जांच करने गए बीएमओ की कार्रवाई से कही भक्त भूखे ना रह जाए इस लिए भी यह नोटिस नादानी करने गए बीएमओ साहब को जारी कर दिया हो , फिलहाल इस कार्रवाई से यह तो स्पष्ट है की सीएमएचओ साहब जिले में धड्डले से अवैध रूप से संचालित लैब और उनके आदेश पर बड़े अस्पतालों के द्वारा नियमो को सिथिल कर गरीबों को लूट रहे बड़े स्वास्थ्य माफियाओं पर कार्रवाई करने की बजाय अपने स्टाफ के चिकित्सकों को ही जवाब तलब करने में अपनी ऊर्जा व्यर्थ कर रहे है ,
बीएमओ की कार्रवाई अवैध सीएमएचओ
सुसनेर बीएमओ द्वारा की गई कार्रवाई पूरी तरह से गलत है जिसे लेकर उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था ।
डॉ राजेश गुप्ता सीएमएचओ आगर मालवा
नोटिस का जवाब दे दिया गया है । बीएमओ
मेरे पास कुछ क्लिनिंको की शिकायत प्राप्त हुई थी जिसे लेकर मेने सिर्फ रूटीन चेकअप किया था और मैने किसी भी दवाखाने को सील नही किया है , सीएमएचओ साहब द्वारा दिए गए नोटिस का जवाब मेने उन्हें सौंप दिया है
डॉ राजीव बरसेना बीएमओ सुसनेर