आर्य परिवार ने मृत्यु भोज नहीं कर दान कि राशि

 

पूर्ण आहुति के बाद हुआ श्रद्धांजलि कार्यक्रम

राष्ट्रीय नेता जटिया और मंत्री पंवार ने भी कार्यक्रम मे लिया हिस्सा

आगर मालवा । महान समाज सेवी, समाज सुधारक आर्य समाज के वरिष्ठ प्रचारक कानड़ के ठाकुर,शिव सिंह आर्य (जी साहब )का निधन विगत दिनों 24 अक्टूबर को हो गया था। जिनकी आत्म शांति को लेकर प्रतिदिन वेद आधारित देव यज्ञ चल रहा था। जिसकी पूर्ण आहुति मंगलवार को वेद मंत्रो के साथ हुई। वही श्रद्धांजलि कार्यक्रम और यज्ञ कि पूर्ण आहुति मे भाजपा के राष्ट्रीय नेता सत्यनारायण जटिया,मध्य भारतीयआर्य प्रतिनिधि सभा के प्रधान प्रकाश आर्य, राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार नारायण सिंह पंवार,सोंधिया राजपूत समाज के पदाधिकारी उदय सिंह झिरी,प्रताप सिंह, हरिसिंह, गोविंद सिंह बरखेड़ी, इंजिनियर ईश्वर सिंह चौहान, राजगढ़ जिला पंचायत अध्यक्ष चन्दर सिंह सोंधिया,प्रताप सिंह आर्य बोलखेड़ा, जितेंद्र सिंह जनपद अध्यक्ष आगर, राधे ठाकुर जनपद उपाध्यक्ष बड़ोद,आर्य वीर दल के प्रान्त संचालक भेरू सिंह आर्य और पदाधिकारी मौजूद थे। कार्यक्रम का संचालक ललित नागर उज्जैन ने किया।
आपको बता दे कि शिव सिंह आर्य, बाल्य काल से ही आर्य समाज से जुड़ कर समाज सुधार के कार्य से लग गए थे। उन्होने अपना पूरा जीवन युवाओ को सुधारने मे लगा दिया। आर्य ने विवाह नहीं कर ब्रह्चारी जीवन जिया। मंगलवार को श्रद्धांजलि के आयोजित कार्यक्रम में दिल्ली,भोपाल, इंदौर, उज्जैन, रतलाम,आगर, राजगढ़, धार, देवास आदि जगह से आर्य समाज से जुड़े और अन्य गणमान्य लोगो मौजूद थे।

यज्ञ कि हुई पूर्ण आहुति – 12दिनों से चल रहे वेद आधारित यज्ञ कि पूर्ण आहुति का समापन मंगलवार को हुआ। जिसमे आर्य परिवार के साथ अन्य लोगो ने यज्ञ मे आहुति डाल कर श्रद्धांजलि दी।

नहीं किया मृत्यु भोज– आर्य समाज के प्रचारक और महान समाज सुधारक शिव सिंह आर्य जिन्हे समाज मे जी सहाब के नाम से जाना जाता था। आर्य ने अपने जीवन काल मे अनेक प्रान्त मे घूम घूम कर वेद प्रचार तो किया ही,साथ मे उन्होने सभी समाज को मुख्य धारा से जोड़ने का प्रयास भी किया। जिसमे खास कर यूवाओ के लिए नशा मुक्ति का प्रचार कर समाज कि मुख्य धारा से जोड़ने का प्रयास किया साथ ही समाज मे मृत्यु भोज कि चली आ रही परंपरा का भी पुरजोर विरोध किया था। आर्य समाज सुधारक थे तों उनके परिवार के सभी लोगो ने उनका अनुसरण कर मृत्यु भोज नहीं कर समाज मे एक अलग सन्देश देने का काम भी किया हे।

दान कि राशि

आर्य परिवार ने उनके नाम कि राशि 51हजार रुपय महर्षि दयानन्द कन्या गुरुकुल मोहन बड़ोदिया, 51हजार रुपय कि राशि श्रीराम वैदिक गुरुकुल वेद शाला निर्माण चिपिया गौशालाआगर, 21हजार रुपए कि राशि सोंधिया राजपूत समाज धर्मशाला बाबा बैजनाथ धाम आगर और 21हजार रुपय कि राशि यज्ञशाला निर्माण आर्य वीर दल अखाडा कानड़, 11हजार रुपय कि राशि युवा संसद सामाजिक सेवा संकल्प अभियान और 11 हजार रुपय कि राशि अन्नपूर्णा योजना कन्या गुरुकुल मोहन बड़ोदिया  मे दान दी गई। वही श्रद्धांजलि कार्यक्रम में उपस्थित आर्य समाज के विद्वान प्रकाश आर्य ने कहा कि आज हम जिन्हे याद कर श्रदांजलि दे रहे हे। हमें उनके बताए मार्ग पर भी चलना हे। उन्होंने जो वट वृक्ष लगाया वो अनेक जगह पर फल फूल रहा हे।आर्य ने जो अपना जीवन समाज सेवा मे दिया वो जीवन भर याद रहेगा। कार्यक्रम को भाजपा के राष्ट्रीय नेता सत्यनारायण जटिया, राज्य मंत्री नारायण सिंह पंवार, राजमल सोनी, नप अध्यक्ष प्रतिनिधि बाबूलाल बीजापारी,नप पूर्व अध्यक्ष सिद्धनाथ चौधरी,सोंधिया राजपूत समाज के युवा अध्यक्ष ईश्वर सिंह इंजिनियर, तूफान सिंह गरबडा,चेन सिंह सिसोदिया आदि ने श्रद्धांजलि देकर शोक व्यक्त किया।

सभी ने कहा कि ऐसे महापुरुष समाज सुधारक कि जीवनी को स्कूल कॉलेज मे पड़ाया जाना चाहिए। साथ ही उनके नाम से विद्यालय और महाविद्यालय का नाम भी रखा जाए।ताकि आने वाली पीडी भी उनके बताए मार्ग पर चले और उनकी बातो का अनुसरण कर सके।
आपको बता दे कि शिव सिंह आर्य राष्ट भक्त होने के साथ आर्य समाज के सस्थापक महर्षि दयानन्द सरस्वती के अनुयाई थे। उन्ही के बताए मार्ग पर जीवन जिया। और जीवन भर आर्य समाज के प्रचारक के रूप मे कार्य किया।

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