कानड़। जीवन मे माता पिता के बाद आपकी शिक्षा देने वाले गुरु पूजनीय हे। वही जीवन का आधार हे। जिन्होने अपने ज्ञान का भंडार आपको दे कर उस लायक बना दिया जिस प्रकार एक मटका घड़ने वाला कुम्हार मिट्टी से पानी का सुन्दर घड़ा बना देता हे। अन्दर से उसके मन मे खूब स्नेह होता हे और ऊपर से हथोड़ी की मार देता हे उसी प्रकार आपका अध्यापक, शिक्षक आपके प्रति अपना व्यवहार रखता हे। उक्त बात स्वामी दयानन्द ज्ञान मंदिर मे शिक्षक दिवस पर मुख्य अतिथि के साथ कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे पत्रकार दारा सिंह आर्य ने स्कूल के छात्रों से कही। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि वरिष्ठ शिक्षक महेश कुमार कवि थे। उन्होंने भी छात्रों को शिक्षा से जुडी जानकारी साझा की, वही स्कूल की शिक्षिका अर्चना ने सुन्दर गीत की प्रस्तुति दी। इसी प्रकार रानी, रवीना और स्कूल के प्रधानाचार्य जीवन आर्य ने भी शिक्षक दिवस पर अपने अपने विचार साझा किए। अंत मे उपस्थित छात्रों ने गीत, कविताएं और अपने मन के विचार कार्यक्रम के दौरान रखे। कार्यक्रम से पूर्व स्कूल मे बनी यज्ञ शाला मे हवन यज्ञ आदि किया गया। जहाँ वेद मंत्रो से अग्नि मे आहुति डाली गई। कार्यक्रम का संचालक स्कूल की शिक्षिका अनीता बरैठा ने किया और आभार शिक्षक राहुक बीजापारी ने माना।
इसी प्रकार चौमा मे महर्षि दयानंद हाई स्कूल मे शिक्षक दिवस पर कार्यक्रम आयोजित कर छात्रों के द्वारा अपने अपने शिक्षकों को गिफ्ट भी दिए गए। जहाँ स्कूल प्रधानाचार्य जगदीश आर्य और स्कूल स्टॉफ मौजूद था।